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EPFO Updates 2025 : पीएफ अकाउंट से जुड़े 7 बड़े बदलाव, जिनसे कर्मचारियों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं. (Image : Pixabay)
EPFO Big Updates in 2025 : एम्प्लॉईज प्रॉविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन (EPFO) ने साल 2025 के दौरान कर्मचारियों के प्रॉविडेंट फंड (PF) अकाउंट से जुड़े कई बड़े बदलाव किए हैं, जिनका मकसद कामकाज को आसान, पारदर्शी और डिजिटल बनाना है. नए नियमों से जहां अकाउंट ट्रांसफर की प्रॉसेस आसान होगी, वहीं UAN एक्टिवेशन से लेकर ऑनलाइन क्लेम में लगने वाले समय और दस्तावेजों से जुड़े झमेले भी कम होंगे. आइए जानते हैं EPFO के इन 7 अहम अपडेट्स और उनसे कर्मचारियों को होने वाले फायदों के बारे में.
1. PF ट्रांसफर के लिए अब और आसान हुआ Form 13
EPFO ने Form 13 को अपडेट कर दिया है, जिससे नौकरी बदलने पर पीएफ अकाउंट ट्रांसफर की प्रॉसेस और ज्यादा आसान हो गई है. नए फॉर्म में PF बैलेंस को टैक्सेबल और नॉन टैक्सेबल हिस्सों में बांटने की सुविधा भी दी गई है. इससे ट्रांसफर करते समय टैक्स को लेकर कोई कनफ्यूजन नहीं रहेगा और प्रोसेस पहले से ज्यादा पारदर्शी होगी.
2. PF इंटरेस्ट पर लागू टैक्स की साफ जानकारी
Form 13 के अपडेटेड वर्जन में अब PF ब्याज पर लगने वाले टैक्स की साफ जानकारी मिलती है. अब कर्मचारियों को यह पता रहेगा कि उनके पीएफ ब्याज का कौन-सा हिस्सा टैक्सेबल है और कौन-सा नहीं. इससे TDS का कैलकुलेशन आसान होगा और टैक्स रिटर्न भरने में सहूलियत मिलेगी.
3. आधार के बिना भी जेनरेट होगा UAN नंबर
EPFO ने एक नया फीचर लॉन्च किया है, जिसके तहत कुछ खास मामलों में बिना आधार (Aadhaar) के भी यूएएन (UAN) नंबर जेनरेट किया जा सकता है. खासतौर पर उन कर्मचारियों के लिए, जो पहले किसी Exempted PF Trust से जुड़े थे और अब उनका ट्रस्ट EPFO में मर्ज हो गया है. यह सुविधा पुरानी जमा रकम को सही खाते में समय से क्रेडिट करने में मदद करेगी.
4. UMANG ऐप पर अब फेस ऑथेंटिकेशन से होगा UAN एक्टिवेशन
EPFO ने UMANG ऐप में फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक को जोड़कर UAN एक्टिवेशन को और आसान बना दिया है. अब नए यूजर्स सीधे ऐप से ही UAN जेनरेट और एक्टिवेट कर सकते हैं. साथ ही पुराने UAN को भी फेस ID के जरिए दोबारा एक्टिवेट किया जा सकता है. इससे आधार वेरिफिकेशन में समय नहीं लगेगा और प्रॉसेस पूरी तरह डिजिटल हो जाएगी.
5. ऑनलाइन क्लेम के लिए अब चेक या पासबुक की जरूरत नहीं
अब EPF क्लेम करते समय चेक लीफ या बैंक पासबुक की स्कैन कॉपी अपलोड करने की जरूरत नहीं है. अगर बैंक अकाउंट UAN से लिंक और NPCI से वेरिफाइड है, तो ऑनलाइन क्लेम प्रॉसेस बिना किसी डॉक्यूमेंट के पूरी हो जाएगी. इससे क्लेम रिजेक्शन की दर घटेगी और क्लेम सेटलमेंट पहले से जल्दी होगा.
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6. बैंक डिटेल जोड़ने के लिए एंप्लॉयर की मंजूरी जरूरी नहीं
EPFO ने एक और बड़ा बदलाव किया है जिससे अब बैंक अकाउंट की डिटेल्स को UAN से लिंक कराने के लिए एंप्लॉयर की मंजूरी की जरूरत नहीं होगी. जैसे ही बैंक या NPCI से वेरिफिकेशन हो जाएगा, वह अपने आप सिस्टम में अपडेट हो जाएगा. इससे पुरानी पेंडिंग रिक्वेस्ट भी अपने आप मंजूर हो जाएंगी और पीएफ विथड्रॉल की प्रॉसेस तेज होगी.
7. डिमांड ड्राफ्ट से भी हो पाएगा पुराने बकाए का भुगतान
EPFO ने यह भी साफ किया है कि कुछ विशेष मामलों में जहां ईसीआर पोर्टल से भुगतान संभव नहीं है, वहां एंप्लॉयर पुराने बकाए की राशि डिमांड ड्राफ्ट के जरिए भी जमा कर सकते हैं. बशर्ते यह भुगतान एकमुश्त हो और भविष्य की जमा राशि के लिए फिर से ऑनलाइन मोड ही अपनाया जाए. इससे उन कंपनियों को राहत मिलेगी जो पुराने मामलों का निपटारा करना चाहती हैं. EPFO के ये सात बड़े बदलाव पीएफ से जुड़ी प्रॉसेस को आसान बनाएंगे, जिससे लाखों सदस्यों को फायदा होने की उम्मीद है.