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SIP, SSY और PPF की मदद से बच्चों के लिए एजुकेशन फंड तैयार किया जा सकता है. (AI Generated Image)
Child Education Funding : आज के समय में बच्चों का हायर एजुकेशन केवल एक सपना नहीं, बल्कि एक बड़ा खर्च भी है. इंजीनियरिंग, मेडिकल या विदेश में पढ़ाई – किसी भी क्षेत्र में जाने के लिए लाखों रुपये की जरूरत होती है. ऐसे में अगर आप पहले से फाइनेंशियल प्लानिंग शुरू कर लें, तो बाद में भारी लोन लेने या टेंशन की वजह से परेशान होने की नौबत नहीं आएगी.
बच्चों के हायर एजुकेशन के लिए फंड तैयार करने में आप म्यूचुअल फंड SIP, सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) और पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) जैसे ऑप्शन्स का इस्तेमाल कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि इनमें कौन सा ऑप्शन आपके लिए सबसे बेहतर हो सकता है.
SIP: छोटे निवेश से बड़ा फंड
SIP यानी सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान एक ऐसा तरीका है जिसमें आप हर महीने एक तय रकम म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं. अगर आपके पास निवेश की लंबी अवधि है (10 से 15 साल), तो SIP एक शानदार विकल्प साबित हो सकता है.
SIP के फायदे:
कंपाउंडिंग का लाभ मिलता है.
डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड में रेगुलर एसआईपी लंबी अवधि में वेल्थ क्रिएशन का आजमाया हुआ तरीका है.
स्टेप-अप SIP का इस्तेमाल करके निवेश की रकम को धीरे-धीरे बढ़ाया जा सकता है.
5000 की मंथली SIP से कितना बनेगा कॉर्पस
मिसाल के तौर पर अगर आप किसी डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड में SIP के जरिये हर महीने 5000 रुपये का निवेश करें और औसत सालाना अनुमानित रिटर्न 12% हो, तो 15 साल में इससे करीब 25 लाख रुपये का फंड बन सकता है. इसी निवेश को 20 साल जारी रखें तो करीब 50 लाख का फंड जमा हो सकता है. यह रकम आपके बच्चों के हायर एजुकेशन में काम आ सकती है. एसआईपी की रकम को आप अपनी निवेश करने की क्षमता और लक्ष्य के हिसाब से कम ज्यादा करके पर्याप्त फंड जुटा सकते हैं. हालांकि यह बात भी ध्यान में रखनी चाहिए कि म्यूचुअल फंड एसआईपी में निवेश के साथ मार्केट रिस्क जुड़ा रहता है. इक्विटी फंड में आमतौर पर रिस्क अधिक होता है, जबकि हाइब्रिड या डेट फंड में रिस्क कम रहता है.
बेटियों के लिए खास स्कीम है SSY
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) सिर्फ बेटियों के लिए शुरू की गई खास स्कीम है. इसे बेटी की उम्र 10 साल होने से पहले खोला जा सकता है. यह योजना सरकार द्वारा समर्थित है और इसमें गारंटीड ब्याज मिलता है.
SSY की खास बातें:
मौजूदा ब्याज दर 8.2% है, लेकिन हर तीन महीने पर इसकी समीक्षा होती है.
मैच्योरिटी अवधि: 21 साल या लड़की की शादी के समय.
टैक्स छूट: निवेश, ब्याज और मैच्योरिटी अमाउंट – तीनों पर टैक्स छूट (EEE कैटेगरी)
एक वित्त वर्ष के दौरान कम से कम 250 रुपये और मैक्सिमम 1.5 लाख रुपये का निवेश किया जा सकता है.
SSY में 5000 के मंथली निवेश पर कितना मिलेगा फंड
अगर आप अपनी बेटी के लिए एक सुरक्षित और टैक्स-फ्री इनवेस्टमेंट ऑप्शन खोज रहे हैं, तो यह स्कीम काफी अच्छा विकल्प हो सकती है. बेटी के जन्म के साथ ही अगर यह स्कीम शुरू कर दी जाए, तो उसके हायर एजुकेशन के लिए काफी अच्छा कॉर्पस जमा हो सकता है, वो भी पूरी तरह से टैक्स फ्री. अगर आप ऊपर दिए म्यूचुअल फंड एसआईपी के उदाहरण की तरह हर महीने 5000 रुपये यानी साल में 60 हजार रुपये का निवेश करें, तो SSY से 21 साल में मेच्योरिटी के समय करीब 27.73 लाख रुपये मिलेंगे, जिसमें 18.73 लाख रुपये ब्याज के तौर पर मिला रिटर्न होगा.
PPF यानी सुरक्षित और टैक्स-फ्री निवेश
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) एक पुरानी और भरोसेमंद सरकारी योजना है. इसमें 15 साल की लॉक-इन अवधि होती है और ब्याज और मैच्योरिटी अमाउंट टैक्स फ्री होता है. इसे आप अपने बेटे या बेटी, किसी को भी ध्यान में रखकर शुरू कर सकते हैं.
PPF की खास बातें:
मौजूदा ब्याज दर: 7.1% (हर तिमाही में समीक्षा होती है)
मैच्योरिटी: 15 साल (बाद में 5-5 साल के ब्लॉक में बढ़ाई जा सकती है)
टैक्स छूट: निवेश, ब्याज और मैच्योरिटी रकम – तीनों टैक्स फ्री (EEE कैटेगरी)
जोखिम बिलकुल नहीं
एक वित्त वर्ष के दौरान कम से कम 500 रुपये और मैक्सिमम 1.5 लाख रुपये का निवेश किया जा सकता है.
PPF में हर महीने 5000 जमा करें तो कितने मिलेंगे पैसे
अगर आप शेयर बाजार के जोखिम से बचना चाहते हैं और लंबी अवधि तक सुरक्षित रिटर्न चाहते हैं, तो PPF एक अच्छा विकल्प है. सही समय पर निवेश शुरू किया जाए, तो यह स्कीम भी बच्चों के हायर एजुकेशन के लिए अच्छा खासा फंड दे सकती है. अगर आप ऊपर दिए म्यूचुअल फंड एसआईपी के उदाहरण की तरह हर महीने 5000 रुपये यानी साल में 60 हजार रुपये का निवेश करें, तो पीपीएफ से 15 साल में करीब 15.77 लाख रुपये जमा हो जाएंगे. इसे 5 साल और बढ़ा दें, तो यह रकम बढ़कर 26.63 लाख रुपये हो जाएगी.
क्या है सबसे बेहतर विकल्प?
अब सवाल आता है कि इन तीनों में कौन सा सबसे अच्छा है? इसका जवाब आपकी ज़रूरतों, जोखिम उठाने की क्षमता और बच्चे की उम्र पर निर्भर करता है.
ऑप्शन | संभावित रिटर्न | टैक्स छूट | रिस्क लेवल | किनके लिए सही |
SIP | 10–14% (मार्केट बेस्ड) | आंशिक (ELSS में पूरी) | मॉडरेट से वेरी हाई | लॉन्ग टर्म में हाई रिटर्न |
SSY | ~8.2% | पूरी छूट (EEE) | कोई रिस्क नहीं | बेटियों के लिए सुरक्षित निवेश |
PPF | ~7.1% | पूरी छूट (EEE) | कोई रिस्क नहीं | बेटा/बेटी दोनों के लिए, सुरक्षित विकल्प |
SIP, SSY और PPF को मिलाकर बनाएं बैलेंस्ड प्लान
SIP, SSY और PPF, तीनों के अपने-अपने फायदे और सीमाएं हैं. अगर आप चाहें तो इन तीनों में से किसी एक ऑप्शन पर पूरी तरह निर्भर रहने की जगह इन्हें मिलाकर अपना बैलेंस्ड इनवेस्टमेंट प्लान बना सकते हैं. बेटी के लिए आप इन तीनों स्कीमों का इस्तेमाल कर सकते हैं, जबकि बेटों के लिए एसआईपी और पीपीएफ को मिलाकर प्लान बनाया जा सकता है. अगर आप थोड़ा जोखिम ले सकते हैं, तो SIP से शुरुआत करें और साथ में PPF या सुकन्या समृद्धि योजना जैसी सुरक्षित स्कीम्स में भी निवेश करें. इससे आपका पोर्टफोलियो बैलेंस्ड रहेगा और आप बच्चों की पढ़ाई के लिए जरूरी पैसों का इंतजाम कर पाएंगे.